इब्ने माजह, मुहम्मद बिन यज़ीदः अल-हाफिज़, अल-कबीर, अल-हुज्जह, अल-मुफस्सिर, अबू अब्दुल्लाह बिन माजह, अल-क़ज़वीनी, सुनन, तारीख और तफसीर के लेखक, अपने समय में क़ज़वीन के हाफिज़, 209 हि0 में जन्म हुआ
कुर्दी उपदेशक, हाफिज़े-क़ुर्आन और शरीयत और इस्लामिक स्टडीज विश्वविद्यालय ढूक से शिक्षा-प्राप्त, इस्लामी कुर्दिस्तान में, जागृति के एक नेता - भगवान उसकी आत्मा को आशीर्वाद - 2002 में मृत्यु हुई।
रज़ाउर्रहमान अन्सारीः भारत के एक पूर्वी राज्य बिहार के रहने वाले थे। बनारस हिंदू युनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त थे। कुछ पुस्तकों का हिंदी भाषा में अनुवाद किए हैं। अब उनका निधन हो चुका है।
अहमद बिन खिद्र त्राबलिसीः एक मधुर आवाज़ वाले कुवैती क़ारी हैं, हफ्स और क़ालून की रिवायत में तर्तील के साथ क़ुरआन करीम काी रिकॉर्डिंग है। आश्चर्य की बात यह है कि वह कुवैती फुटबॉल टीम के गोलकीपर के रूप में काम कर रहे थे।
मुहम्मद चाँद : एक भारतीय अनुवादक व धर्मप्रचारक, और साइट (इस्लामिक वेबदुनिया) के संस्थापक हैं, जिसमें इस्लामी विषयों पर पुस्तकें और लेख, तथा नए मुसलमानों की खबरें इत्यादि प्रकाशित की जाती हैं। वेबसाइट का पता है: http://www.islamicwebdunia.com
19-6-1398 हिज्री में सऊदी अरब के शहर जेद्दा में पैदा हुए। 1415 हिज्री में पूरा पवित्र कुरआन याद कर लिया। योग्यता: - मानव संसाधन प्रबंधन में मास्टर। - पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में बी एस सी। कार्य जीवन : वर्तमान में सऊदी अरब एयरवेज की सार्वजनिक संस्था में काम कर रहे हैं। रमजान मस्जिद बगदादिया में, 1415 हिज्री में नमाज़ियों की इमामत से अपना कैरियर शुरू किया। फिर हैयुल अंदलुस में अल-हुदा मस्जिद में, और उसके बाद हैयुज़-ज़हरा में मस्जिद सैयिदा खदीजा बिन्त खुवेलिद में स्थानांतरित हो गए। वर्तमान में, तहलिया स्ट्रीट पर मस्जिदुत-तक़्वा में इमाम और खतीब (उपदेशक) हैं।
क़ुरआन करीम के क़ारी और सऊदी अरब में मस्जिदों के इमामों में से हैं, मक्का में पैदा हुए, और हरम मक्की शरीफ से फारिग हुए। बैतुल्लाहिल-हराम में कुरआन करीम के विभाग में शिक्षक के रूप में काम करते हैं। पवित्र कुरआन रेडियो में एक क़ारी हैं। तथा शातिबिय्या के तरीक़ से उनकी दस क़िराअतें हैं।
वह क़ारी महमूद मुहम्मद रशाद अश-शीमी, मिस्री हैं। वह कुवैत रेडिया प्रसारण में दस क़िराअतों में कृुरआन करीम का पाठ करते हैं, मस्जिद मौज़ी अल-उमर में मुवज़्ज़िन हैं.