अब्दुल अजीज काजी ज़ादा : ईरान के कार्यकर्ता, एक वर्ष के लोगों की, मदीना इस्लामिक विश्वविद्यालय से - मास्टर - की डिग्री प्राप्त हैं, ईरान के दक्षिण में अहमदिया इस्लामी स्कूल के प्रबंधक हैं।
डॉ फारूक अब्दुल गनी एक पाकिस्तानी लेखक हैं। गवर्मेंट कालेज आफ साइंस, लाहौर में उर्दू भाषा विभाग के हेड रह चुके हैं। उर्दू में कई पुस्तकों के लेखक हैं, जिनमें नए धर्मान्तरित लोगों की कहानियों पर दो पुस्तकें शामिल हैं।
डाॅ. एम. ए. श्रीवास्तवः एक भारतीय लेखक हैं, जिन्हों ने इस बारे में एक पुस्तिका लिखी है कि संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का उल्लेख हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म की पुस्तकों में मिलता है।
मौलाना सदरुद्दीन इस्लाही : एक भारतीय धर्मोपदशक, जमात-ए-इस्लामी के गणमान्य व्यक्तियों में से और एक इस्लामी लेखक हैं। उनकी लिखी हुई कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
क़ारी डॉक्टर अहमद अहमद नुऐने, मिस्र में 1954 में, ज़िला कफ्र अल-शेख के शहर मतोबिस में पैदा हुए। और अलेक्जेंड्रिया विश्वविद्यालय में चिकित्सा के संकाय में दाखिला लिया, स्नातक होने के बाद अलेक्जेंड्रिया विश्वविद्यालय के अस्पताल में काम किया। 1979 में, मिस्र के रेडियो और टेलीविजन पर एक क़ारी के रूप में नियुक्त हुए।
ताहा बिन मुहम्मद अल-फहद: कुरआन तथा वैज्ञानिक मुतून के क़ारी हैं। एक खूबसूरत आवाज और अद्भुत प्रदर्शन के साथ प्रतिष्ठित हैं। इंटरनेट पर अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपनी ढेर सारी तिलावतों और मुतून के पाठ को इकट्ठा कर दिया। उनकी साइट का पता यह हैः http://taiser.net
शैख अब्दुल्लाह सऊद बिन अब्दुल वहीद अस्सलफी, जामिया सलफिय्या वाराणसी - भारत के स्नातक और एक लेखक हैं, वर्तमान में जामिया सलफिय्या वाराणसी के महासचिव (नाज़िमे-आला), और उसके विभिन्न परियोजनाओं के जनरल पर्यवेक्षक हैं, जैसेकि अरबी में एक मासिक पत्रिका (सौतुल-उम्मह अर्थात् राष्ट्र की आवाज) और उर्दू में एक मासिक पत्रिका (मुहद्दिस) ।