अल्लामा शैख मुहम्मद नासिरुद्दीन अल्बानी, आधुनिक युग में प्रमुख मुस्लिम विद्वानों, में से एक हैं। शैख अल्बानी जर्ह व तादील के विज्ञान में अद्वितीय प्रमुख विद्वानों में से एक हैं। शैख अल्बानी, मुस्तलहुल हदीस (हदीस के विज्ञान) में हुज्जत (प्रमाण) की हैसियत रखते हैं। उनके बारे में मुहद्दिस विद्वानों ने कहा हे कि उन्हों ने इब्ने हजर अल-असक़लानी और हाफिज़ इब्ने कसीर और उनके अलावा अन्य जर्ह व तादील के विद्वानों के युग को लौटा दिया। इमाम अल्बानी की साइट है : http://www.alalbany.net
अब्दुर्रहमान अस्स-अदीः 12 मुहर्रम 1307 हि. को उनैज़ा शहर में पैदा हुए, और 69 साल की आयु में 1376 हि. में मृत्यु हुई। आप रहिमहुल्लाह ने एक बड़ी संख्या में लाभदायक किताबें छोड़ीं जो विभिन्न शरई विज्ञानों- तफसीर, हदीस, फिक़्ह, उसूल, तौहीद, धर्म के गुणों और विरोधियों और इनकार करनेवालों के खण्डन में तीस से अधिक किताबें हैं, जो प्रसिद्ध और प्रचलित हैं। शैख की साइटः http://www.binsaadi.com है।
साइट रसुलुल्लाह – सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम - का उद्देश्य ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से पैगंबर की जीवनी मात्र उल्लेख करना नहीं है, बल्कि लक्ष्य यह है कि हम मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के प्रति अपने प्यार को नवीनीकृत करें, यही इसका पहला उद्देश्य है। फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का अनुसरण करें, यह दूसरा लक्ष्य है, और अल्लाह ने सच्च कहा है किः ’’तुम्हारे लिए अल्लाह के पैगंबर (के जीवन) में अच्छा उदाहरण है।’’ (सूरतुल अहज़ाबः 21) तीसरा लक्ष्य यह है कि हम पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नैतिकता को अल्लाह के धर्म की ओर आमंत्रित करने में अपना तरीक़ा, और सर्वशक्तिमान अल्लाह के बंदों के साथ अपनी वार्ता का आधार बनाएं।