अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह - किताबें
आइटम्स की संख्या: 93
- हिन्दी लेखक : अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह बिन बाज़ लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
शुद्ध अक़ीदा और उसके विरुद्ध चीज़ें- शुद्ध अक़ीदा ही इस्लाम धर्म का मूल तत्व और मिल्लत का आधार है, इसी के साथ पवित्र कुरआन अवतरित हुआ और अल्लाह तआला ने अपने ईश्दूत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को भेजा. तथा कोई भी कथन और कर्म उस समय तक शुद्ध और स्वीकार नहीं हो सकता जब तक कि वह शुद्ध अक़ीदा पर आधारित न हो। प्रस्तुत पुस्तक में किताब व सुन्नत से प्रमाणित शुद्ध अक़ीदा का उल्लेख किया गया है जिस पर ईमान लाना और उस पर सुदृढ़ रहना अनिवार्य है, तथा उसके विरुद्ध और विपरीत अक़ीदों का वर्णन करके उनसे सावधान किया गया है।
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पवित्र क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या तथा मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण प्रावधानः यह एक संछिप्ति पुस्तक है जो मुसलमान के लिए उसके जीवन संबंधी आवश्यक और महत्वपूर्ण प्रावधानों पर आधारित है जैसे – क़ुरआन, तफ्सीर, सैद्धांतिक और शास्त्रीय प्रावधान, गुण इत्यादि। यह किताब दो भागों में विभाजित है: पहला शैख मुहम्मद अल-अश्क़र की किताब “ज़ुब्दतुत तफ्तीस” से क़ुरआन के अंतिम तीन पारों की व्याख्या, तथा दूसरा भाग मुसलमामों के लिए महत्वपूर्ण अहकाम पर आधारित हैः तज्वीद के अहकाम, अक़ीदा के विषय में 62 प्रश्न, एकेश्वरवाद पर एक शांत बातचीत, इस्लाम के प्रावधानः [आस्था, पवित्रता, नमाज़, ज़कात़, रोज़ा, हज्ज], विभिन्न लाभदायक बातें, अज़कार, वुज़ू और नमाज़ का चित्रित तरीक़ा, प्रार्थना, झाड़-फूँक, अंतिम यात्रा इत्यादि।
- हिन्दी लेखक : अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह बिन बाज़ लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह लेखक : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्ला की नमाज़ की विधि के वर्णन में संछिप्त पुस्तकों में सर्वश्रेष्ठ पुस्तिका है, जिस में नमाज़े नबवी का उचित तरीक़ा, फर्ज़ नमाज़ के बाद की दुआओं तथा मुअक्कदह सुन्नतो और उनकी फज़ीलत का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
ईमान के मूल आधार –अरकाने ईमान- पर लिखी जाने वाली यह सर्वोच्च पुस्तक है, जिस में इस्लाम धर्म की विशेषताओं, इस्लाम के स्तम्भ और इस्लामी अक़ीदह के उद्देश्य का संछिप्त रूप से और ईमान के स्तम्भ का विस्तार रूप से उल्लेख किया गया है।
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नमाज़े नबवी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लमः प्रस्तुत पुस्तक नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नमाज़ के तरीक़े के विषय में सर्वश्रेष्ठ किताबों में से एक है, जिसमें पवित्रता के अहकाम व मसायल, वुज़ू व गुस्ल का तरीक़ा, अज़ान व इक़ामत के नियम, नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नमाज का संपूर्ण तरीक़ा, और सभी प्रकार के सुनन व नवाफिल नमाज़ों के अहकाम का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : रिसर्च डिवीज़न दारुस्सलाम अनुवाद : अब्दुस्समी मो. हारून संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : मुहम्मद ताहिर हनीफ़
नये मुस्लिम के लिए रहनुमा किताबः इस पुस्तक में संक्षेप के साथ इस्लाम की परिभाषा, ईमान एवं इस्लाम के स्तंभों का उल्लेख करते हुए पवित्रता हासिल करने के प्रावधान तथा नमाज़ पढ़ने के तरीक़े का वर्णन विशेषकर जुमा की नमाज़ का उल्लेख किया गया है। इसी तरह इस किताब में पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की संक्षिप्त जीवनी, सूरतुल फातिहा और क़ुर्आन की अन्य दस छोटी सूरतों का उच्चारण औ उनके अर्थ का अनुवाद प्रस्तुत किया गया है। तथा इस किताब के अंत में कुछ महत्वपूर्ण दुआओं, इस्लामी आदाब (शिष्टाचार) और पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की प्यारी बातों का कुछ अंश प्रस्तुत किया गया है।
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इस्लामी अक़ीदा क़ुरआन और हदीस रोशनी मेः प्रस्तुत पुस्तक इस्लामी अक़ीदा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों पर आधारित है, जिनका क़ुरआन और हदीस की रोशनी में उत्तर दिया गया है। चुनांचे इसमें इस्लाम व ईमान का अर्थ, तौहीद की क़िस्में और उसके लाभ, ला इलाहा इल्लल्लाह का अर्थ और उसकी शर्तें, अमल के क़बूल होने की शर्तो, शिर्क अक्बर की क़िस्में और और उसके नुक़सानात, वसीला और शफाअत मांगने के प्रावधान का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : हमूद बिन मुहम्मद अल्लाहिम लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह लेखक : मुहम्मद शरीफ़ अनुवाद : मुहम्मद शरीफ़ संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
इस पुस्तक में इस्लाम का अर्थ और उसकी वास्तविकता, अल्लाह के आदेश और उसकी शरीअत की जानकारी के साधन, ईश्दूतों और उनकी सत्यता के प्रमाणों का ज्ञान, इस्लाम और ईमान के स्तंभों का वर्णन, इस्लामी शरीअत के स्रोत और बंदों पर अनिवार्य कर्तव्यों का वर्णन किया गया है, तथा इस बात का उल्लेख किया गया है कि शरीअत को लागू करना अल्लाह की उपासना है और उसने मानव की पाँच आवश्यक ज़रूरतों की रक्षा की है।
- हिन्दी
यह पुस्तक उस तौहीद (एकेश्वरवाद) की वास्तविकता को स्पष्ट करती है जिसके साथ अल्लाह ने समस्त संदेष्टा को अवतरित किया, तथा इस एकेश्वरवाद के विषय में अनेकेश्वरवादियों की ओर से व्यक्त किए जाने वाले संदेहों का खंडन करती है। लेखक ने इसमें तौहीद एवं शिर्क का अर्थ और उनके भेद, धरती पर घटित सर्वप्रथम शिर्क की घटना, तथा संसार में प्रचलित शिर्क के विभिन्न रूपों और इस समुदाय में शिर्क की बाहुल्यता एवं उसके पनपने के कारणों वर्णन किया है। उन्हीं में से एक व्यापक कारण वे संदेह हैं जिनका अनेकेश्वरवादी आश्रय लेते हैं और इस घोर पाप के लिए उन्हें अपना आधार मानते हैं। लेखक ने ऐसे 12 संदेहों का उल्लेख कर उनका स्पष्ट सत्तर दिया है। अंत में इस घोर पाप को करने वाले के भयंकर और दुष्ट परिणामों का चर्चा करते हुए इस से सावधान किया है।
- हिन्दी
इस पुस्तिका में इस्लामी अक़ीदा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण मसाइल को प्रश्न-उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ये मसअले शैख मुहम्मद जीमल ज़ैनू की पुस्तक (अल-अक़ीदा अल-इस्लामिय्या मिनल किताबि वस्सुन्नतिस्सहीहा) से संकलित किए गए हैं। इसमें शिर्क, तौहीद, जादू, वसीला, दुआ, तसव्वुफ, क़ब्रों की जि़यारत और उस पर सज्दा करना और उसे छूना इत्यादि जैसे मसाइल पर चर्चा किया गया है।
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मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के आगमन की पूर्व सूचना हमें बाइबल, तौरेत और अन्य धर्म ग्रन्थों में मिलती है, यहाँ तक कि भारतीय धर्मग्रम्थों में भी आप के आने की भविष्यवाणियाँ मिलती हैं। हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म की पुस्तकों में इस प्रकार की पूर्व-सूचनाएँ मिलती हैं। इस पुस्तिका में सब को अकत्र करके पेश करने का प्रयास किया गया है। और यह सिद्ध किया गया है कि जिस नराशंस या कल्कि अवतार के आगमन का उनके धर्मग्रन्थों में उल्लेख हुआ है और उसकी जो विशेषतायें वर्णित हुई हैं, वह इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ही हैं। इसलिए जीवन की सुगम, सार्थक, सफल और फलदाई यात्रा के लिए अल्लाह के अन्तिम पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के द्वारा पेश की गई शिक्षाओं को अपनाया जाए और उनके बताये हुए मार्ग पर चला जाए।
- हिन्दी लेखक : मौलाना मुहम्मद अब्दुर्रऊफ संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
क़ादियानियत की हक़ीकत : यह पुस्तक क़ादियानियत के असली चेहरे को बेनक़ाब करती है, जो मुस्लिम समाज में घुस कर अपने आप को एक सच्चे मुसलमान के रूप में पेश करते हैं और अपने दुष्ट इरादों को छुपाये रखते हैं, जिसके कारण सीधे-साधे कम इल्म वाले मुसलमान आसानी से उनके झांसे में आ जाते हैं। जबकि इनके इरादे बड़े भयानक और खतरनाक हैं, इसलिए आम मुसलमानों को इन से अवगत कराना आवश्यक है। प्रस्तुत किताब का उद्देश्य यही है, जिसमें क़ादियानियत के संस्थापक की संक्षिप्त जीवनी, क़ादियानियत के अक़ाईद (आस्थाओं और मान्यताओं) मिज़ाZ गुलाम अहमद के दावों, इल्हामात, तावीलों, भविष्यवाणियों, मुसलमानों के बारे में उनके अक़ीदे, जिहाद और हज्ज के प्रति उनके रवैये का खुलासा करते हुए, क़ादियानियत की हक़ीक़त का फर्दा फाश किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह लेखक : नाजी इब्राहीम अल-अरफज अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस पुस्तिका में अल्लाह की तौहीद (एकेश्वरवाद) के उस संयुक्त संदेश का उल्लेख किया गया है जिस के साथ आदम –अलैहिस्सलाम- से लेकर मुहम्मद -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- तक सभी ईश्दूत और सन्देष्टा भेजे गये। तथा आज यहूदियों और ईसाईयों के हाथों में मौजूद बाइबल (ओल्ड टैस्टामेंट एंव नया टैस्टामेंट) के हवालों से अल्लाह के एकेश्वरवाद को प्रमाण-सिद्ध किया गया है।