जो व्यक्ति नमाज़-रोज़ा नहीं करता है और इसी अवस्था में हज्ज करता है, तो उसके हज्ज का क्या हुक्म है? यदि वह अल्लाह से तौबा कर ले तो क्या वह छूटी हुई इबादतों की क़ज़ा करेगा?
शव्वाल के छः रोज़ों से संबंधित यह कुछ फत्वे हैं जिन में उसके रोज़ों की फज़ीलत, उनके रखने का सर्वश्रेष्ठ तरीक़ा तथा उनके विषय में बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्नों का उल्लेख किया गया है।
यह एक महत्वपूर्ण फत्वा है जिस में प्रमाण सहित रोज़ा फासिद कर देने वाली चीज़ों, उन से रोज़ा फासिद होने की शर्तों तथा रोज़े की क़ज़ा और रमज़ान के दिन में सम्भोग करने के कफ्फारे का सविस्तार उल्लेख किया गया है।