101 - सूरा अल्-क़ारिआ़ ()

|

(1) वह घड़ी जो अपनी भयावहता के कारण लोगों के दिलों को झंझोड़ देगी।

(2) क्या है वह घड़ी जो अपनी भयावहता के कारण लोगों के दिलों को झंझोड़ देगी?!

(3) और (ऐ रसूल) आपको क्या पता कि वह कौन-सी घड़ी है, जो अपनी भयावहता के कारण लोगों के दिलों को झंझोड़ देगी?! निश्चय वह क़ियामत का दिन है।

(4) जिस दिन लोगों के दिल झंझोड़ दिए जाएँगे, तो वे इधर-उधर बिखरे हुए पतिंगों की तरह हो जाएँगे।

(5) और पहाड़ अपनी चाल और गति के हल्केपन में धुने हुए ऊन की तरह हो जाएँगे।

(6) तो जिसके अच्छे कार्य उसके बुरे कार्यों से अधिक हो गए,

(7) तो वह संतोषजनक जीवन में होगा, जो उसे जन्नत में प्राप्त होगा।

(8) और जिसके बुरे कार्य उसके अच्छे कार्यों से अधिक हो गए,

(9) तो क़ियामत के दिन उसका ठिकाना और रहने का स्थान जहन्नम है।

(10) और (ऐ रसूल) आपको क्या पता कि वह (हाविया) क्या है?!

(11) वह एक बहुत ही गर्म आग है।