- वर्गीकरण वृक्ष
- क़ुरआन और उसके विज्ञान
- हदीस और उसका विज्ञान
- अक़ीदा (आस्था)
- तौहीद (एकेश्वरवाद)
- इबादत (उपासना)
- दावत और इस्लामी संस्कृति
- ईमान
- अल्लाह पर ईमान
- फ़रिश्तों (स्वर्गदूतों) में विश्वास
- किताबों (पवित्र ग्रंथों) गर ईमान
- संदेष्टा गण अलैहिमुस्सलाम
- ईसा और मरियम अलैहिमस्सलाम
- नबियों की कहानियाँ
- सपने
- मुहम्मद अल्लाह के पैगंबर
- पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर ईमान
- पैगंबर के अधिकार और उनके समर्थन के साधन
- ईश्दूतत्व के संकेत व लक्षण
- पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम संदेहों के घेरे में
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की संपत्ति और सामान
- आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के युद्ध
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का खाना, पीना और सोना
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के बारे में न्यायपूर्ण गवाहियाँ
- अल्लाह के पैग़ंबर पर दुरूद व सलाम
- इस्लाम के पैगंबर से संबंधित विविध सामग्रियाँ
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम सेवक तथा आपके द्वारा आज़ाद किए गए गुलाम
- आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की हिजरत
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के गुण
- ईमान के मसायल
- क़िस्मत और भाग्य
- आखिरत के दिन पर ईमान
- एहसान
- कुफ्र (नास्तिकता)
- निफाक़ (पाखण्ड)
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- जिन्न
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- संप्रदाय, पंथ और धर्म
- इस्लाम से संबंध रखनेवाले धर्म-संप्रदाय
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- धर्मों, मतों और फिर्क़ों के विषय में विभिन्न पुस्तकें
- अक़ीदे की किताबें
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- पाँच नमाज़ों की समयसारणी
- नमाज़ की शर्तें
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- शुक्र का सजदा
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- नव मुस्लिम के लिए चयनित सामग्रियाँ
- इस्लामी राजनीति
- इस्लामी धर्मशास्त्र के मत
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- उसूल फ़िक़्ह (धर्म-शास्त्र के सिद्धांत)
- इस्लामी धर्मशास्त्र की किताबें
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- इस्लामी ज्ञान संबंधी मूलपाठ
- कर्मों और पूजा के कृत्यों की प्रतिष्ठा और उनसे संबंधित बातें
- ज्ञान
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- नैतिकता की विशेषता
- माता पिता के साथ सद्व्यवहार और रिश्तेदारी निभाना
- क़ुरआन में मननचिंतन, उसकी प्रतिष्ठा, उसका हिफ़्ज़ और तिलावत के शिष्टाचार
- सहाबा का कहानियाँ
- शिष्टाचार, नैतिकता और हृदय विनम्र करने वाले तत्व
- वार्तालाप के शिष्टाचार
- यात्रा के शिष्टाचार
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- पोशाक के शिष्टाचार
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- दुआएं-प्रार्थनाएं
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- इस्लाम का आह्वान
- इस्लाम का परिचय और उसकी विशेषताओं का वर्णन
- मानव को इस्लाम की आवश्यकता
- इस्लाम के गुण और उसकी श्रेष्ठता
- इस्लाम में मध्यमता, संतुलन एवं आतंकवाद
- इस्लाम धर्म की सर्वव्यापकता
- इस्लाम में मानव और पशु अधिकार
- इस्लाम में पशु अधिकार
- गैर मुसलमानों के लिए चयनित सामग्री
- भलाई का आदेश देना तथा बुराई से रोकना
- इस्लाम में कैसे प्रवेश करें?
- इन्हों ने इस्लाम क्यों स्वीकार किया?
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- Issues That Muslims Need to Know
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- प्रशासन
- Curriculums
- अल-खुतब अल-मिंबरिय्या
दस ज़ुल-हिज्जा
आइटम्स की संख्या: 6
- हिन्दी वक्ता : अबू ज़ैद ज़मीर संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
ज़ुल-हिज्जा के दस दिनों की फज़ीलत : प्रस्तुत आडियो में दुनिया के सर्वोत्तम दिह ज़ुलहिज्जा के पहले दस दिनों की फज़ीलत, और उनमें धर्मसंगत कार्यों का उल्लेख किया गया है। विशेषकर अरफा के दिन के रोज़े की फज़ीलत का वर्णन किया गया है जिससे अगलेऔर पिछले दो वर्ष के पाप माफ कर दिए जाते हैं।
- हिन्दी वक्ता : फैज़ुल्लाह अल-मदनी संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
ज़ुल-हिज्जा के दस दिनों के कार्य : अल्लाह सर्वशक्तिमान की महान कृपा व अनुकम्पा और दानशीलता है कि उसने अपने दासों के लिए नेकियाँ कमाने और पुण्य प्राप्त करने अनेक रास्ते और अवसर प्रदान किए हैं। ज़ुल-हिज्जा के महीने प्राथमिक दस दिन नेकियों का महान अवसर और पर्व है। प्रस्तुत व्याख्यान में ज़ुल-हिज्जा के महीने के प्राथमिक दस दिनों की प्रतिष्ठा और उनके अन्दर वर्णित कार्यों, जैसे- हज्ज और उम्रा की अदायगी, रोज़े रखना - विशेषकर अरफा के दिन का रोज़ा जो दो साल के पापों का प्रायश्चित है-, क़ुर्बानी करना, अधिक से अधिक अल्लाहु अक्बर, ला इलाहा इल्लल्लाह और अल्हम्दुलिल्लाह कहना तथा आज्ञारिता के अन्य कार्य करने, का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी वक्ता : फैज़ुल्लाह अल-मदनी संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
हिज्जा के दस दिनों की प्रतिष्ठा: इस उम्मत पर अल्लाह का बहुत बड़ा उपकार और एहसान है कि उसने उन्हें नेकी के ऐसे अवसर प्रदान किए हैं, जिनमें वे नेक कार्य कर अल्लाह की अधिक निकटता और कई गुना पुण्य और इनाम प्राप्त कर सकते हैं। उन्हीं अवसरों में एक महान अवसर ज़ुल-हिज्जा के महीने के प्राथमिक दस दिन हैं। ये साल के सबसे श्रेष्ठ दिन हैं, औ इनके अन्दर नेक कार्य करना अल्लाह को अन्य दिनों के मुक़ाबले मे अधिक प्रिय और पसंदीद है। इसिलए इन दिनों में अधिक से अधिक अल्लाहु अक्बर, ला इलाहा इल्लल्लाह और अल्हम्दुलिल्लाह कहना चाहिए, तथा अन्य उपासना कृत्य करना चाहिए। इन्ही दिनों में एक महान इबादत हज्ज भी अदा किया जाता है। प्रस्तुत व्याख्यान में इन्ही बातों का उल्लेख करते हुए, अल्लाह के पवित्र घर और वहाँ की स्पष्ट निशानियों- मक़ामे इब्राहीम, हज्रे-अस्वद, ज़मज़म के कुआं के उल्लेख
- हिन्दी
अल्लाह तआला की महान कृपा और उपकार है कि उसने अपने बन्दों के लिए ऐसे नेकियों के मौसम और अवसर निर्धारित किये हैं जिन में वे अधिक से अधिक नेक कार्य करके अपने पालनहार की निकटता प्राप्त करने की चेष्टा करते हैं। उन्हीं महान मौसमों और महत्वपूर्ण अवसरों में से एक ज़ुलहिज्जा के प्राथमिक दस दिन भी हैं, जिन्हें पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ दिन बतलाए हैं। प्रस्तुत लेख में ज़ुल-हिज्जा के प्राथमिक दस दिनों की फज़ीलत तथा उनसे संबंधित कुछ प्रावधानों का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अब्दुल मलिक अल-क़ासिम अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस लेख मे इस्लामी जन्त्री के अन्तिम महीने ज़ुल-हिज्जा के प्राथमिक दस दिनों की फज़ीलत तथा उन नेक कामों का उल्लेख किया गया है जिन्हें इन दिनों में करना उचित है। साथ ही साथ इन दस दिनों में घटित होने वाली एक महत्वपूर्ण इबादत क़ुर्बानी और एक महान पर्व ईदुल अज़हा के अहकाम का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी
इस लेख मे इस्लामी जन्त्री के अन्तिम महीने ज़ुल-हिज्जा के प्राथमिक दस दिनों की फज़ीलत तथा उन नेक कामों का उल्लेख किया गया है जिन्हें इन दिनों में करना उचित है। 1 - ज़ुल-हिज्जा के प्राथमिक दस दिनों की फज़ीलत। 2 – अरफा के दिन की फज़ीलत। 3- इन दस दिनों में करने योग्य कार्य। 4- हज्ज एंव उम्रा करना। 5- अधिक से अधिक अल्लाह का ज़िक्र करना। 6- क़ुर्बानी करना। 7- रोज़ा रखना। 8- फराईज़ एंव वाजिबात की पाबन्दी करना।
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