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The Month of Ramadan
आइटम्स की संख्या: 4
- मुख्य पृष्ठ
- अग्र-भाग की भाषा : हिन्दी
- विषयवस्तु की भाषा : सभी भाषाएँ
- The Month of Ramadan
- हिन्दी अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
अक्सर देखा जाता है कि बहुत से वे मुसलमान जो रमज़ान के महीने में बहुत सारी नेकियों की पाबंदी करते थे, इस महीने की समाप्ति के बाद वे इन नेकियों को छोड़ देते हैं, उन पर स्थिर नहीं रहते हैं। जबकि अल्लाह तआला ने अपनी किताब में हमें मृत्यु आने तक नेकियों और आज्ञाकारिता पर स्थिर रहने का आदेश दिया है। इस स्थिरता के मार्ग में कुछ रूकावटें और उसके कुछ कारण हैं, यदि मनुष्य उसकी रूकावटों से बचे और उसके कारणों को अपनाए तो अल्लाह की अनुमति से वह आज्ञाकारिता पर स्थिर रहेगा। प्रस्तुत लेख में इन रूकावटों में से ज़्यादातर और इन कारणों में से सबसे महत्वपूर्ण का संक्षेप वर्णन किया गया है। आशा है अल्लाह सर्वशक्तिमान इसके द्वारा इसके पाठक और इसके लेखक को लाभ पहुँचाए।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
रमज़ान का महीना हम से रूख्सत हो गया और उसकी मुबारक घड़ियाँ समाप्त होगईं, लाभ उठानेवालों ने इससे लाभ उठाए और कितने लोग घाटे और टूटे में रहे, हम नहीं जानते कि कौन लाभान्वित है कि उसे बधाई दें और कौन घाटे में रहा कि उसे सांत्वना दें। भाग्यशाली है वह व्यक्ति जिसने इस महीने से भरपूर लाभ उठाया और रमज़ान उसके हक़ में गवाही देनेवाला बन गया ! दुर्भाग्यपूर्ण और सांत्वना के योग्य है वह व्यक्ति जिसने इस महीने को नष्ट कर दिया या इसमें लापरवाही और कोताही से काम लिया ! लेकिन अब रमज़ान के बाद, एक मुसलमान को क्या करना चाहिए ॽ इस लेख में इसी बात को स्पष्ट करने का सुप्रयास किया गया है।
- हिन्दी लेखक : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
रोज़ा –व्रत-जिसे अल्लाह तआला ने अपने बंदों पर अनिवार्य किया है, उसके अंदर बहुत बड़ी तत्वदर्शिता और ढेर सारे फायदे और लाभ हैं, जिन से एक रोज़ा रखने वाला लाभान्वित होता है। इस लेख में इसी का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
लैलतुल क़द्र - एक महानतम रातः साल भर की रातों में श्रेष्ठतम और महानतम रात जिस में अल्लाह तआला ने अगना उत्तम कलाम क़ुर्आन अपने श्रेष्ठतम पैग़म्बर पर अवतरित किया, एक ऐसी रात जो 83 वर्ष से भी अधिक उच्चतर। आईये, खोजें कौन सी है यह रात और कैसे प्राप्त करें इसका सौभाग्य