शुद्ध अक़ीदा और उसके विरुद्ध चीज़ें- शुद्ध अक़ीदा ही इस्लाम धर्म का मूल तत्व और मिल्लत का आधार है, इसी के साथ पवित्र कुरआन अवतरित हुआ और अल्लाह तआला ने अपने ईश्दूत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को भेजा. तथा कोई भी कथन और कर्म उस समय तक शुद्ध और स्वीकार नहीं हो सकता जब तक कि वह शुद्ध अक़ीदा पर आधारित न हो। प्रस्तुत पुस्तक में किताब व सुन्नत से प्रमाणित शुद्ध अक़ीदा का उल्लेख किया गया है जिस पर ईमान लाना और उस पर सुदृढ़ रहना अनिवार्य है, तथा उसके विरुद्ध और विपरीत अक़ीदों का वर्णन करके उनसे सावधान किया गया है।
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्ला की नमाज़ की विधि के वर्णन में संछिप्त पुस्तकों में सर्वश्रेष्ठ पुस्तिका है, जिस में नमाज़े नबवी का उचित तरीक़ा, फर्ज़ नमाज़ के बाद की दुआओं तथा मुअक्कदह सुन्नतो और उनकी फज़ीलत का उल्लेख किया गया है।
हृदय का आनन्द और हर्ष व उल्लास, शोक और चिन्ता-मुक्ति प्रत्येक मनुष्य का लक्ष्य और उद्देश्य है। इसी के द्वारा सुखित और शुभ जीवन प्राप्त होता है, तथा आनन्द और प्रसन्नता सम्पूर्ण होती है। इस के कुछ धार्मिक कारण, कुछ प्राकृतिक कारण और कुछ व्यवहारिक कारण हैं। इस पुस्तक में इन्हीं कारणों का उल्लेख है।
मदीना की फज़ीलत और उसकी ज़ियारत एंव निवास के आदाब : मदीना तय्यिबा के यात्रियों के लिए यह एक बहुमूल्य उपहार और महत्वपूर्ण गाईड है। जिस में मदीना तैयिबा की फज़ीलत, मस्जिदे नबवी एंव मस्जिद क़ुबा की फज़ीलत, मदीना की ज़ियारत एंव उसमें निवास के आदाब, ज़ियारत के योग्य स्थान, ज़ियारत का उचित तथा अनुचित तरीक़ा और क़ब्रों की ज़ियारत के उद्देश्य का प्रमाणित रूप से उल्लेख किया गया है।
आसान हिंदी तर्जुमाः यह क़ुरआन मजीद के अर्थ का आसान हिंदी अनुवाद है जिसे उसके उर्दू अनुवाद से हिंदी लिपि में परिवर्तित किया गया है। इसकी विशेषता यह है कि प्रत्येक शब्द का उसके नीचे अलग अलग अनुवाद दिया गया है, तथा साइड में पूरी आयत का आसान अनुवाद भी दिया गया है। अरबी भाषा न जानने वालों के लिए क़ुरआन के अर्थ को समझने में यह सहायक सिद्ध हो सकता है।
यह पुस्तिका, हज्ज व उम्रा और मस्जिदे नबवी की ज़ियारत के लिए संक्षिप्त गाइड है, जिसमें सार रूप से हज्ज व उम्रा और मस्जिदे नबवी की ज़ियारत से संबंधित महत्वपूर्ण और आवश्यक जानकारी प्रस्तुत की गई है। तथा हज्ज व उम्रा और ज़ियारत के दौरान होने वाली त्रुटियों पर चेतावनी दी गई है। साथ ही साथ इसमें हाजियों के लिए अहम निर्देश और नसीहतें हैं।
इस किताब में है : • इतमामे हज्ज ( हज्ज को पुरा करना ) • हज्ज के भेद और मकासेद में सेः सिर्फ अल्लाह के लिए महब्बत , अज़मत , उम्मीद , खैफ , तवक्कुल , इनाबत और ख़ाकसारी साबित करना है • मक्का मुकर्रमा एक बे आब व गियाह वादी ( बंजर और अनावाद भूमी ) में क्यों वाके है ? "